मुकुर लघुकथा का सबसे महत्वपूर्ण तत्व इसकी संक्षिप्त है।साथ ही लघुकथा किसी घटना या परिस्थिति के एक छोटे प्रन्तु महत्वपूर्ण पल पर केंद्रित होती है।जो मानवीय सत्य को उजागर करती है। बद्रीढकाल हीरामणि ज्यु कोहलपुर, नेपाल गंज (नेपाल) के ऐसे नेपाली कवि, साहित्यकार व समाज सेवी है जिनकी ख्याति कोहलपुर के अतिरिक्त अन्य शहरों में भी फैली हुई है। आप अत्यंत मृदु भाषी एवं विभिन्न मानवीय गुणों से युक्त है। जिनसे मैं लगभग एक दशक (दस वर्षों) से परिचित हुं। सत्यम शिवम् सुन्दरम , अर्थात सत्य कल्याण एवं सौंदर्य में विश्वास रखने वाले बद्रीढकाल हीरामणि ज्यु का लघु कथा संग्रह ,मुकुर जिसका अर्थ आईना, दर्पण या शीशा भी होता है।में सम्मिलित समस्त लघुकथाएं समाज को आईना दिखाने का कार्य करती है। लघु कथा में सम्मिलित लघुकथाएं _क्रांति, स्वतंत्रता,कथ्य, बेईमानी, फोन नम्बर, महान कार्य, प्रतिफल,भाईरल, अनुशासन, श्राद्ध,झोला, अहंकार,दिगो विकास, गुरु,भान्छा, सिलिंडर, सन्देश, संकटमोचन, पुण्य,विसरदा , डिजिटल युद्ध, दरबार की देवी, अस्त-व्यस्त, जादूगर, सृष्टि, भावना, आकृति, संकेत,बहादुरे, समझदारी,ज्वरों,आमा, य...